Module 6d

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d. Internationally

Module  6.4

 

व्यवसाय के लिए यात्रा

Traveling for Business

 

 

गाँव की यात्रा

Traveling to a Rural Area

Text Level

 

Advanced

Modes

Interactive

Interpretive

 

What will students know and be able to do at the end of this lesson?

Collecting information from someone for traveling to an unfamiliar area

Text

(श्री रंगनाथराव की हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड में सेल्स मार्केटिंग मैनेजर की नई  नई नौकरी लगी है। उसे हैदराबाद में रहते हुए महबूब नगर जिले में अपने उत्पादों की बिक्री का काम देखना है। इस संबंध में  अपने सीनियर श्री वाई.एस.रेड्डी के साथ उसकी बातचीत हो रही है)

रंगनाथराव सर ! इस कंपनी में आपको बहुत साल हो गए होंगे?

वाई.एस.रेड्डी हाँ , यही कोई 15 साल।

रंगनाथराव- पर आपका अनुभव तो 25-30 साल के करीब लगता है।

वाई.एस.रेड्डी – बिल्कुल सही पहचाना। इस मार्केटिंग के क्षेत्र में कुल अनुभव 28 साल का है जिसमें 15 साल इस कंपनी में और करीब 13 साल गोदरेज में।

रंगनाथराव – बाप रे ! इतनी तो मेरी उमर ही होगी। सर ! जैसाकि आप जानते ही हैं कि कंपनी ने मुझे महबूब नगर ज़िले में पोस्टिंग दी है और मुझे पता चला है कि आप ज़िले के प्रत्येक दुकानदार को जानते हैं। कैसा मार्केट है यह अपनी कंपनी के उत्पादों के लिए?

वाई.एस.रेड्डी देखो रंगनाथ ! मैंने अपनी कुल 48 साल की आयु के 10 साल भी इस इलाके के बाहर नहीं बिताए। कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि मैं इस इलाके के हर  दुकानदार को ही नहीं हर ग्राहक को भी जानता हूँ।

रंगनाथराव – क्या यह बात सही है सर?

वाई.एस.रेड्डी पूरी तरह से तो नहीं। पर यह बात तो सच है कि लगभग आधे गाहकों को तो मैं शायद जानता हूँ और बचे हुए आधे मुझे जानते होंगे।

(दोनों इस बात पर मुस्करा देते हैं ) 

रंगनाथराव सर ! मैंने सुना है कि इस इलाके में यात्रा करना काफ़ी कठिन है। गाँव में हर जगह आने जाने के लिए अच्छी सुविधाएँ नहीं के बराबर हैं और सड़कें भी बहुत बेकार हैं।

वाई.एस.रेड्डी- देखो भई ! सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास कम ही करना चाहिए। ये सब बातें 10-15 साल पहले तक तो सही थीं पर इधर पिछले 5 सालों में तो तो सड़कें भी काफ़ी ठीक हो गई हैं। इतना ही नहीं सरकारी और गैरसरकारी यातायात के साधन भी बढ़े हैं। आज रात के किसी भी पहर आपको स्टेट रोड़वेज़ की बसें और नेशनल हाइवे पर प्राइवेट बसें भी मिल जाती हैं।

रंगनाथराव आपको तो अपने समय में बेहद बुरे वक़्त से गुज़रना पड़ा होगा न?

वाई.एस.रेड्डी- हाँ, एक समय था जब मैंने नौकरी की शुरुआत की ही थी, करीब 20-25 साल पहले की बात बता रहा हूँ तब रात पूरी होने से पहले ही यात्रा पूरी करके घर या सुरक्षित स्थान पर  वापस आ जाना पड़ता था। लेकिन आजकल साधन व सुरक्षा दोनों काफ़ी बढ़ गए हैं और हर समय बिना चिंता किए यात्रा कर सकते हैं।

रंगनाथराव यह तो हो गई हाईवेज़ की बातें पर आप जानते ही हैं कि हमारी इस नौकरी में तो गाँवों के अंदरूनी इलाकों तक जाना पड़ता है और वहाँ की हालत बहुत ज़्यादा नहीं बदली है। सरकारी प्रयास से गरीबी और बेरोज़गारी कुछ कम ज़रूर हुई हैं पर —

वाई.एस.रेड्डी गाँवों के बारे में तुम्हारा नज़रिया सुना-सुनाया और  बहुत पुराना है और बदलाव को देख कर भी अनदेखा कर रहा है। ये बदलाव धीरे धीरे आते जा रहे हैं हमारे इसी ज़िले के कई गाँवों में बिजली, पानी, पक्की सड़कें, बसें, अस्पताल, स्कूल सभी कुछ आ गया है। फ़ोन और मोबाइल के आने से व्यापार और मार्केटिंग पहले जैसा कठिन काम नहीं रह गया है। और थोड़ी बहुत सावधानी और सुरक्षा का ध्यान तो शहरी इलाकों में भी रखना होता है। दुर्घटना और अपराध तो कहीं भी कभी भी हो सकते हैं उसके लिए गाँव-शहर या दिन-रात का कोई फ़र्क नहीं पड़ता।

रंगनाथराव हाँ सर ! अनहोनी तो अचानक होती है उससे तो सावधान रह कर ही बचा जा सकता है। फिर भी अपने अनुभव के खज़ाने से कोई सुझाव दें तो कृपा होगी।

वाई.एस.रेड्डी देखो रंगा ! पहली बात यह है कि अपनी आँखें और कान हमेशा खुले रखो, किसी अजनबी पर एकदम यकीन मत करना। जहाँ तक हो सके जल्दी ही सबसे घुलने-मिलने और परिचय देने से बचो।

रंगनाथराव वह क्यूँ सर ?

वाई.एस.रेड्डी बात यह है कि कंपनी का आदमी समझ कर अक्सर बदमाश वसूली के पैसे छीनने के लिए छीना-झपटी करते हैं या लूटने की कोशिश करते हैं। अतः जहाँ तक हो सके अपने को सामान्य नौकरीपेशा साबित करने से लोगों का ध्यान तुम्हारी ओर कम जाएगा। हाँ , बहुत रौब दिखाने की कोशिश में मँहगे कपड़ेब्रीफ़केस और मोबाइल आदि से बचो। ये सब गाँव के लोगों का ध्यान खींचते हैं।

रंगनाथराव सर ! आपने तो पाँच मिनट में ही मुझे अपने 28 साल के जीवन का सार दे दिया।

वाई.एस.रेड्डी बेटे ! बुज़ुर्गो से और कुछ नहीं तो अच्छी सलाह ज़रूर मिल जाती है।

रंगनाथराव –(मुस्कराकर ) सर ! बहुत अच्छा लगा आपसे मिलकर। मुझे आशीर्वाद दीजिए कि मैं कुछ बन सकूँ, कुछ कर सकूँ।

वाई.एस.रेड्डी लो यह रहा मेरा कॉर्ड। कोई परेशानी हो तो इस नंबर पर फ़ोन कर लेना। वैसे बस मेरा नाम लेना ही काफ़ी होगा। इतने दिनों में इतना नाम तो कमाया ही है और अपनी कंपनी को फ़ायदा भी पहुँचाया है।

रंगनाथराव- ज़रूर ज़रूर ! अब इज़ाजत दें सर ! अच्छा नमस्कार !

वाई.एस.रेड्डी जीते रहो ! खुश रहो !

Glossary

( shabdkosh.com is a link for an onine H-E and E-H dictionary for additional help)

अनुभव m तजुर्बा m, experience
सुविधा f facility
यातायात  m traffic
सुरक्षित सही-सलामत, safe
बेरोज़गारी f unemployment
नज़रिया m दृष्टिकोण m, viewpoint
सुना-सुनाया hearsay
अपराध m जुर्म m, crime
अजनबी m / f stranger
घुलना-मिलना to mix up
छीना-झपटी f stealing by snatching things
सार m सारांश m, essence
आशीर्वाद m blessing

Structural Review

1. उसे …. बिक्री का काम देखना है। उसे देखना है is the core part of the sentence, the rest in the long sentence is simply an extension depending on needs of the writer or speaker.
2. बिल्कुल सही पहचाना Here the subject आपने / तुमने is understood from the context. In Hindi, the subject can be left out if it is retrievable from the context.  In contrast, the presence of subject in an English sentence is required. Thus in the sentence ‘it’s raining’, English created a dummy subject ‘it’.
3. …. और बचे हुए आधे मुझे जानते होंगे

 

 

The verb in this sentence is in the presumptive form, which usually appears with the verb होना in the future tense. Presumptive meaning can also be conveyed with a subjunctive form and/or by adding the word शायद or हो सकता है. Examples: वे मुझे जानते हों; शायद वे मुझे जानते हैं / हों: हो सकता है वे मुझे जानते हैं / हों.
4. सुना-सुनाया;

छीना-झपटी

These are collocations of Hindi. Every language has instances of such conventionalized co-ocurring words.

Cultural Notes

1. बेटे ! बुज़ुर्गो से और कुछ नहीं तो अच्छी सलाह ज़रूर मिल जाती है। Giving extra respect to elders is a part of the public discourse in traditional settings. However, in modern corporate settings such linguistic expressions are rare.

Practice Activities (all responses should be in Hindi)

1. Do online research about life in Indian villages. Present ten bullet points about people living in rural India.
2. What would you like to know about rural India so that you can participate meaningfully in a discussion about commercials and marketing of your company’s product in India?
3. Frame five questions that your village customers are likely to ask you about your product. Also provide your answers to those questions.
4. Make a list of all the courtesy expressions used in this unit.
5. आपको तो अपने समय में बेहद बुरे वक़्त से गुज़रना पड़ा होगा न?

Paraphrase this sentence in your words but make sure the essential meaning is not lost.

Comprehension Questions

1. A major challenge for visitors to villages in India is –

a. roadways

b. communication

c. transportation

d. crime

2. Mr. Reddy’s advice to Rangnathrao was –

     a. snobbish

b. gracious

c. diplomatic

d. outdated

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