E-Administration & Rural Environment
Module 10.4
ग्रामीण विकास योजनाएं – 4
ई-प्रशासन और ग्रामीण परिवेश
ई-प्रशासन सरकार एवं नागरिकों के मध्य सम्पर्क–सेतु का कार्य करता है, इसके माध्यम से शासन की नीतियां, कार्य योजनाएं और महत्वपूर्ण सूचनाएं सीधे आम जनता तक पहुंचती हैं। सूचना संचार प्रौद्योगिकी के द्वारा भारतीय आर्थिक जगत को गति मिली है। ई-प्रशासन के लिए भारत सरकार अरबों रुपए व्यय कर रही है, महज़ इसलिए कि ग्रामीण भारत के निर्धन लोगों को उनकी निर्धनता, निरक्षरता, कुपोषण, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से निजात मिल सके। इस सन्दर्भ में ई-प्रशासन काफ़ी हद तक कारगर साबित हुआ है। ग्रामीण भारत में जो सकारात्मक विकास एवं परिवर्तन हो रहे हैं, उसमें ई-प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका है।
ई-प्रशासन के लाभ
भारत में ई-प्रशासन से लाभ को दो रूपों में देखा जा सकता है – आर्थिक लाभ और सामाजिक लाभ। आमतौर पर ग्रामीण वर्ग के युवाओं को रोजगार देकर, किसानों को उनकी उपज की बेहतर कीमत देकर और उत्पादन में आई कमी को रोक कर आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इसके अन्तर्गत ग्रामीण भारतीय किसान ई-प्रशासन का ज्ञान प्राप्त कर कृषि, स्वास्थ्य, मौसम का पूर्वानुमान, फसल-प्रणाली, शिक्षा, वित्त एवं बीमा और सरकारी निर्णय प्रक्रिया में नागरिकों की भागीदारी आदि की जानकारी से लाभ प्राप्त करता है।
भारत में सूचना संचार प्रौद्योगिकी के कुछ उदाहरण
ई-चौपाल – इसकी स्थापना जून 2000 में आईसीटी के कृषि व्यवसाय प्रभाग ने की थी। इसकी रूपरेखा छोटे-छोटे खेतों, कमजोर बुनियादी ढांचों और बिचौलियों की भागीदारी के लक्षणों से युक्त भारतीय कृषि की अनूठी विशेषताओं से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए विशेष रूप से तैयार की गई थी। किसानों को दलालों और बिचौलियों की अवसरवादी कार्य प्रणाली से बचाने के लिए यह उन्हें कृषि-यंत्र, मौसम, फ़सल और अन्य सम्बन्धित विषयों के बारे में सूचनाएँ प्रदान करता है। परियोजना किसी किसान का वित्तीय विवरण नहीं रखती। ई-चौपाल की गुमटियों में अनेक भाषाओं में किसानों को बाजार की ताजा जानकारी मुहैया कराई जाती है। साथ ही यह बहुमूल्य सुझाव और परामर्श प्राप्त कर दोतरफ़ा संप्रेषण की सुविधा भी प्रदान करता है। परियोजना से 8 राज्यों (मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश और उत्तराखण्ड) में फैली अपनी 6,500 गुमटियों के माध्यम से 40 हजार से भी अधिक गांवों के 40 लाख से अधिक किसानों ने लाभ उठाया है। ई-चौपाल को अनेक राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके है।
जागृति – जागृति का शुभारंभ मार्च 2003 में हुआ। यह ग्रामीण क्षेत्रों के कृषि, वित्त, यात्रा और ई-प्रशासन से लेकर संचार–सेवा तक सूचना प्रदान करती है। समूची प्रणाली अविलंब किसी भी भाषा में बदली जा सकती है। जागृति जनसाधारण के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग का एक माध्यम है। मार्गदर्शन, सूचना और कृषि सम्बन्धित जानकारियां देने के अलावा यह केन्द्र राजस्व अर्जित करने के लिए मोबाइल फ़ोन और बस टिकट की बिक्री, बीमा, पैसे का हस्तांतरण और अन्य सेवाऐं भी प्रदान करता है। जागृति नेटवर्क के जरिए ई-मेल को घर तक पहुंचाने का काम भी होता है। प्रत्येक केन्द्र के लिए क्षेत्र के शिक्षित युवा अथवा पूर्व-सैनिकों को विक्रय अधिकार (फ्रैंचाइज़) दिया जाता है और प्रत्येक केन्द्र लगभग 30 हजार लोगों की सेवा करता है। इस परियोजना का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य करीब 1,000 ग्रामीण युवाओं को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करना भी है।
ई-उत्तरांचल – परियोजना का उद्देश्य उत्तराखंड राज्य के लोगों को एक दूसरे के निकट लाना है ताकि वे संस्कृति, परंपरा, समाचार और पीढ़ी दर पीढ़ी चले आ रहे पूर्वजों के विचारों के बारे में अपनी राय का आदान प्रदान कर सकें। इस वेबसाइट पर बड़े शहरों के साथ साथ छोटे गांवों की बैठकें भी आयोजित की जा सकती है। दूरदराज़ के गांवों में ’जनजागरण सभाएं’ आयोजित की जाती है। यह अपेक्षा की जाती है कि उत्तराखंड के लोग न केवल अपने राज्य बल्कि पूरे देश और यहां तक कि समस्त विश्व से जुड़ सकेंगे।
टेली मेडिसिन – अपोलो अस्पताल इस परियोजना के माध्यम से ग्रामीण भारत के लाखों लोगों को उच्चस्तरीय विशेषज्ञता वाली स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करता है। टेली-मेडिसिन का तात्पर्य डॉक्टरों से दूर रहने वाले मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने के लिए आई.सी.टी. (इनफ़ार्मेशन कम्युनिकेशन टेकनालोजी) का उपयोग करना है। ’मेड-इंटेग्रा’ सॉफ्टवेयर का उपयोग कर मरीज और विशेषज्ञ डॉक्टर एक दूसरे को देखते हुए बातचीत कर सकते है।
आकाश गंगा – यह परियोजना गुजरात की डेयरी सहकारी समिति चला रही है। परियोजना में डिस्क (डी.आई.एस.के. – डेयरी सूचना सेवा में कियोस्क) के उपयोग के जरिए दूध व्यवसाय के सभी कार्यों को एक साथ जोड़कर ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों की सहायता के लिए आई.सी.टी. का उपयोग किया जाता है। आकाशगंगा से गुजरात सहित 8 राज्यों के 34 जिलों में 1000 से अधिक गांवों के करीब 2 लाख लोग लाभ उठा रहे है। यह अपने एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर में कारोबार का विवरण भरकर समूची जानकारी जनता को उपलब्ध कराता है। इस परियोजना को भारत में और विदेशों में कई सम्मान और पुरस्कार मिले हैं।
उपर्युक्त के अतिरिक्त अनेक दूसरे माध्यम भी प्रयोग में लाए जा रहे हैं।
इन परियोजनाओं से आई.सी.टी. ग्रामीण भारत में उत्पादकता को बढ़ावा दे रही है। स्थानीय लोगों के प्रश्नों का समाधान कर कृषि एवं बाजार आदि से जुड़ी महत्वपूर्ण और व्यावहारिक सूचनाओं को सुलभ कराने जैसे अनेक कार्यों के जरिए आई.सी.टी. ग्रामीण क्षेत्रों का परिदृश्य बदलने का काम कर रही है। इन परियोजनाओं को पारदर्शिता और स्वभाविकता लाने वाले साधन के रूप में किया जा रहा है।
उपयोगी शब्दार्थ
( shabdkosh.com is a link for an onine H-E and E-H dictionary for additional help)
सम्पर्क–सेतु
आर्थिक जगत m व्यय करना महज़ निरक्षरता f कुपोषण m भ्रष्टाचार m निजात मिलना कारगर सकारात्मक विकास m पूर्वानुमान m फसल-प्रणाली f कृषि व्यवसाय प्रभाग m बिचौलिया m/f लक्षण m दलाल m/f अवसरवादी कार्य प्रणाली f कृषि-यंत्र m वित्तीय विवरण m गुमटी f परामर्श m अविलंब जनसाधारण m pl. राजस्व m अर्जित करना हस्तांतरण m संस्कृति f परंपरा f पीढ़ी दर पीढ़ी f पूर्वज m pl. दूरदराज़ जनजागरण सभाएं f pl. उच्चस्तरीय विशेषज्ञता f तात्पर्य m उपर्युक्त समाधान m |
contact bridge
economic world to spend only illiteracy malnutrition corruption to get rid of effective positive development forecast crop style agriculture business department mediator signs broker opportunist work style agriculture machinery financial description a small structure consultation withour delay common people revenue to earn transfer (to another person) culture tradition generation after generation ancestor far flung wake-up meetings high level expertise central idea above-mentioned resolution |
Linguistic and Cultural Notes
1. The vocabulary of Hindi has five sources: the established vocabulary base of Hindi, Sanskrit, Hindi regional dialects , Urdu/Perso-Arabic, and English. This composite nature of the language is a direct reflection of the composite culture of Indian society. Sanskrit provides linguistic tools for coining new words, English provides modern technical and professional terms,the use of Urdu is triggered by a sense of inclusion, and words from regional dialects come naturally from in Hindi writings by regional authors.
2. The spread of technology to remote areas is one of the top priorities of the current government, and this spread of technology also includes the use of Hindi and regional languages on computers.
Language Development
The two following vocabulary categories are designed for you to enlarge and strengthen your vocabulary. Extensive vocabulary knowledge sharpens all three modes of communication, With the help of dictionaries, the internet and other resources to which you have access, explore the meanings and contextual uses of as many words as you can in order to understand their many connotations.
Semantically Related Words
Here are words with similar meanings but not often with the same connotation.
सेतु
जगत व्यय महज़ कारगर बिचौलिया लक्षण अवसरवादी प्रणाली अविलंब अर्जित करना उपर्युक्त समाधान |
पुल
संसार, दुनिया, विश्व खर्च केवल, सिर्फ़ प्रभावी मध्यस्थ चिह्न मौका-परस्त पद्धति जल्दी, शीघ्र, तुरंत कमाना उपरोक्त हल |
Structurally Related Words (Derivatives)
अक्षर, साक्षर, साक्षरता, निरक्षर, निरक्षरता
पोषण, पोषक, कुपोषण
विकास, विकसित, अविकसित, विकासशील
भाग, विभाग, प्रभाग, भागीदारी
बीच, बिचौलिया
दलाल, दलाली
परामर्श, परामर्शदाता
विलंब, अविलंब
हस्त, हस्तांरण
संस्कार, संस्कृति, सांस्कृतिक, संस्कृत, सुसंस्कृत
पूर्व, पूर्वज
दान, अनुदान, आदान, प्रदान, आदान-प्रदान
Comprehension Questions
1. Which of the following statement about e-governance is the closest to the text?
a. It has modernized the rural areas drastically.
b. It has changed the administrative dynamics in India
c. It is a paper-less revolution in information sharing.
d. It connects people with people in meaningful ways.
2. Which benefit from e-governance is not stated in the text?
a. boost in local economy
b. informed farming
c. accounts transparency
d. formal online education
Supplementary Materials Module 10
Reading
1.ग्रामीण-नगरीय विभाजन की मुख्य विशेषता
http://www.brandbihar.com/hindi/literature/amit_sharma/gramin_nagariye_vibhajan.html
.2.‘ स्वाभिमान’ – वित्तीय समावेश के द्वारा बदलता ग्रामीण भारत – I.A.S. RAHMANI STUDY
http://iasrahmanistudy.blogspot.com/2012/08/blog-post_4092.html
3.ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास के लिए रेशम कीट पालन
http://www.starnewsagency.in/2011/02/blog-post_21.html
4.गौ आधारित ग्रामीण विकास – हेमंत दुबे
http://www.pravakta.com/cow-based-rural-development-hemant-dubey
5.The-process-of-modernisation-in-india-
http://www.yourarticlelibrary.com/india-2/the-process-of-modernisation-in-india-essay/4405/
6.Modernization-of-indian-villages
http://www.southasiabooks.com/modernization-of-indian-villages-p-71794.html
Listening
1. Is MGNREGA creating jobs or killing entrepreneurship?
2.i village amalaguda solar power instlallation 0005
http://www.youtube.com/watch?v=TmKLxRqNdG8
3.Rural electrification in India – Rajiv Gandhi Grameen Vidyutikaran Yojn
http://www.youtube.com/watch?v=I6LBZODKRkQ
4.Impact of Technology on Reducing Poverty and Alleviating Social issues in India
http://www.youtube.com/watch?v=3JQy9U9YPUg
5.Rajesh Bhat – Transforming illeterate villagers to BPO employees
http://www.youtube.com/watch?v=f3grmdQNNMU
6.Saloni Malhotra: Taking opportunities to the villages of India.
http://www.youtube.com/watch?v=FSb6PU-mCCg
Discussion Ideas Module 10
1. In groups brainstorm a social enterprise idea that could accelerate rural development in India. Present a brief description of the idea to the class.
2. Debate whether the government should pursue rural development or instead encourage urbanization (rural to urban migration). What are the pros and cons of each?
3. Pitch an idea to bring surplus electricity (electricity available in cities and going unused) from cities to rural India. Act this out with one person being the entrepreneur whose invention will allow electricity transfer from the city to villages when the city is not using it, and the other person should be a high-level government official who is going to provide him with government funds and permission to build and install this device, but will question him thoroughly first.
4. How will the internet bring prosperity to the rural parts of India? Develop and discuss strategies for how India can use the internet to bring more money into the remote parts of India which are generally disconnected from major cities and the rest of the world.
5. Role play: Have one person play the role of a farmer, and the other person a government official interested in building a dam for an energy project. Debate the positive and negative consequences of the project for rural development.
6. Infrastructure remains the biggest challenge in rural development. Design a proposal for a private-sector backed rural infrastructure project and present it to the group.