Module 8c

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c. Business Headlines – type C

Module 8.3

 

व्यावसायिक समाचार

Business News

 

 

 

राष्ट्रीय समाचार – 2

National News

 

Text Level

Advanced

Mode

Interpretive

 

 

What will students know and be able to do at the end of this lesson?

Understanding the distinctiveness of idiom and reporting style of Hindi media

Text

1.  नेताओं का टोल टैक्स भरेगी जनता

नेता जी को यह बात बहुत बुरी लगती थी कि कोई हाईवे पर उन्हें रोके और उनसे पैसा मांगे । लिहाजा उन्होंने सरकार से शिकायत की और सरकार ने उनकी सुन ली । अब नेताजी चौड़े होकर हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरेंगे । किसी की मजाल नहीं जो उनसे टोल टैक्स भरने को कहे, लेकिन इसका खामियाजा उन लोगों को भुगतना पड़ेगा जो इन्हें चुनकर संसद व विधानसभाओं में भेजती है । जी हाँ, नेताओं को टोल टैक्स से छूट देने के लिए सरकार ने जनता से ज्यादा टोल वसूलने का फैसला किया है । केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित नई टोल टैक्स पालिसी में विधायकों, सांसदों और सरकारी अफसरों को पहले की तरह टोल टैक्स अदायगी से मुक्त कर दिया गया है । इसके बदले में हाईवे और एक्सप्रेसवे के आसपास बसे लोगों से ज्यादा टोल टैक्स वसूला जाएगा। इसकी खातिर उनकी रियायती पास सुविधा में कटौती कर दी गई है । अभी इन सड़कों पर यात्रा करने वाले स्थानीय लोगों को सामान्य से दो तिहाई शुल्क पर 50 यात्राओं की सुविधा है, लेकिन नई नीति में इनकी संख्या घटाकर 30 कर दी गई है यानी पूरी बीस यात्राओं की कटौती ।

2. कीमतें कम करने की कवायद शुरू

महंगाई की आंच से बुरी तरह झुलस रही केंद्र सरकार अब बढ़ती कीमतों को रोकने की कवायद शुरू कर रही है। इसके लिए सरकार ने एक पैकेज तैयार किया है जिसके तहत चीनी, गेहूं और दालों की कीमतों को नीचे लाने की कोशिश की जाएगी । खाद्य मंत्रालय के इस पैकेज पर अमल के बाद न सिर्फ बंदरगाहों पर अटकी पड़ी आयातित चीनी को खुले बाजार में बेचा जाएगा बल्कि आयातित दालों की मौजूदा टेंडर प्रक्रिया को भी बदलकर उसे खुले बाजार में डालने की कोशिश की जा रही है । सरकार आसान शर्तो पर खुले बाजार में भारी मात्रा में गेहूं की आपूर्ति बढ़ाना चाहती है ताकि इसकी बढ़ती कीमतों पर भी लगाम लगाई जा सके ।

खाद्य मंत्रालय के इस पैकेज पर बुधवार को होने वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल की मूल्य समिति पर विचार होगा । यह बैठक पहले मंगलवार को होनी थी, लेकिन इसे बुधवार तक के लिए टाल दिया गया है । दरअसल सरकार के कदमों में तेजी महंगाई के मुद्दे पर अचानक सियासत गरमाने की वजह से आई है । कृषि व खाद्य मंत्री शरद पवार सत्तारूढ़ कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं । हालांकि एनसीपी के नेता डीपी त्रिपाठी ने कहा कि महंगाई के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल को सामूहिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए । खाद्य मंत्रालय ने जो प्रस्ताव तैयार किए हैं, उनमें खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति में आड़े आ रही कानूनी अड़चनें खास हैं ।

3.  आर्थिक तरक्की उम्मीद से भी बेहतर

उत्पाद क्षेत्र में 9.2 प्रतिशत की वृद्धि आंकी गई है। बढ़ते औद्योगिक उत्पाद और सरकारी मदद की बदौलत भारतीय अर्थव्यवस्था ने पिछले एक साल की सबसे बेहतर वृद्धि दर दर्ज की है । जुलाई से सितंबर यानी वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.9 प्रतिशत की दर से बढ़ी।  ये दर अब तक घोषित 6.3 प्रतिशत सालाना वृद्धि के अनुमान से कहीं ज़्यादा है । ग़ौरतलब है कि ये वृद्धि दर पिछले चार दशकों के सबसे ख़राब मॉनसून और कमज़ोर कृषि क्षेत्र के बावजूद है । योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “आनेवाले दिनों में भी हम उम्मीद से बेहतर सुधार देख सकते हैं” । मोंटेक सिंह अहलूवालिया का कहना था कि सरकार अब पहले की 6.5 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर के लक्ष्य को और ऊपर करेगी लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि वो लक्ष्य क्या होगा । माना जा रहा है कि इस तिमाही में इतने बेहतर प्रदर्शन की वजह है उत्पाद क्षेत्र में 9.2 प्रतिशत की वृद्धि और सामाजिक क्षेत्र में सरकार की ओर से किए जानेवाले खर्च में 12.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी । इस खर्च की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था अंतरराष्ट्रीय मंदी के प्रकोप से बची रही ।

4. एस.बी.आई. में हज़ारों नई नौकरियाँ

एस.बी.आई. भारत का सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है । भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक – स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने कहा है कि वह अगले वित्तीय वर्ष में 25 हज़ार से अधिक लोगों को विभिन्न स्तर पर नौकरियाँ देगा । एस.बी.आई. ने उम्मीद जताई है कि बैंक की विकास दर 25 प्रतिशत से अधिक रहेगी । मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में एस.बी.आई. के उपप्रबंध निदेशक अनूप बनर्जी ने ये जानकारी दी है । अनूप बनर्जी का कहना था, “इस साल हमारी योजना है कि 20 से 22 हज़ार लोगों को लिपिक के पद पर और लगभग 5500 लोगों को प्रोबेशनरी अफ़सर के स्तर पर नियुक्त किया जाए । अपने बैंक के विकास को आगे बढ़ाने के लिए हमें इन लोगों की ज़रूरत पड़ेगी. हमारा अनुमान है कि बैंक में जमा होने वाली पूँजी और दिए जाने वाले कर्ज़ में औसतन 25 प्रतिशत की वृद्धि होगी ।”  बनर्जी का कहना था कि जिन 5500 लोगों को प्रोबेशनरी अफ़सर के पद पर नियुक्त करने की योजना है, उनमें से दो हज़ार को ग्रामीण क्षेत्र के लिए नियुक्त किया जाएगा और वे अगले दस साल तक उस क्षेत्र में मार्कीटिंग का काम देंखेंगे । ग़ौरतलब है कि पिछले साल भी एस.बी.आई. ने 25 लोगों को नौकरियाँ दी थीं । अब बैंक की योजना है कि मध्य स्तर पर प्रबंधन में प्रबंधक के स्तर से लेकर सहायक महाप्रबंधक के स्तर तक, जहाँ जहाँ ज़रूरी हो, नियुक्तियाँ की जाएँ ।

5. सात की रफ्तार से दौड़ेगी अर्थव्यवस्था

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने शनिवार को भरोसा जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले वित्त वर्ष में सात फीसदी से यादा की वृद्धि दर दर्ज करेगी । लेकिन साथ ही उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक को बे लगाम ऋण के बारे में आगाह किया जिससे महंगाई दर बढ़ सकती है । आरबीआई के अमृत महोत्सव (75वीं वर्षगांठ) के मौके पर टिकट जारी करते हुए राष्ट्रपति ने केंद्रीय बैंक से महिलाओं और विशेष तौर पर गरीबी रेखा से नीचे की महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को ऋण देने पर विचार करने को कहा जिस पर ब्याज दर चार फीसदी से ज़्यादा न हो । पाटिल ने आरबीआई को आगाह किया बेतरतीब तरीके से ऋण न दे । साथ ही उत्पादक क्षेत्रों को ऋण से वंचित न रखा जाए । दिसंबर के आंकड़ों के मुताबिक सस्ती दरों पर ऋण के जरिए अत्यधिक धन की आपूर्ति के कारण महंगाई दर बढ़ सकती है । थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति पहले ही सात फीसदी से अधिक है ।

Glossary

( shabdkosh.com is a link for an onine H-E and E-H dictionary for additional help)

लिहाज़ा इसलिए, so, therefore
फर्राटा भरना run fast
खमियाजा भुगतना दुष्परिणाम झेलना, to suffer bad consequences
कवायद drill, exercise
बंदरगाह port, harbor
आपूर्ति supply
सामूहिक जिम्मेदारी collective responsibility
बदौलत के कारण, on account of
ग़ौरतलब worth considering, worth paying attention to
प्रकोप fury
लिपिक scribe, clerk
औसतन on an average
आगाह करना सूचित करना, to inform
बेतरतीब unsystematically
मुद्रास्फीति inflation

Structural Review

1. लेकिन इसका खामियाजा उन लोगों को भुगतना पड़ेगा जो इन्हें चुनकर संसद व विधानसभाओं में भेजती है Have a critical look at the verb agreement here. With which element of the sentence does it agree? Remember the rule – The verb in a Hindi sentence agrees with its subject or object whichever is without a postposition. If both the subject and the object are without a postposition then it agrees with the subject and if both are followed by a postposition, the verb stays in its neutral form (masculine singular). Do you see any performance error in the sentence on your left?
2. यह बैठक पहले मंगलवार को होनी थी

 

This is ‘have to’ construction as in ‘he has to go’ or ‘he had to go’, etc. The rule is as follows – if the subject is animate it takes the postposition को but if the subject is inanimate it does not take को. In this sentence, the verb agrees with the noun बैठक in gender and number.
3. Use of passives in Hindi

 

The use of passives is much more common in Hindi than in English. See several examples in this unit – मुक्त कर दिया गया है, टैक्स वसूला जाएगा, कोशिश की जाएगी, कोशिश की जा रही है, लगाम लगाई जा सके, टाल दिया गया है, वृद्धि आंकी गई है.

Cultural Notes

1. Indian Economy India’s economy was originally a mixed economy with state-ownership of many industrial sectors. In 1991, free market liberalization policies were launched and since then India’s growth rate has increased considerably. At present, India is the tenth largest economy in the world and the third largest by purchasing power parity adjusted exchange rates (PPP). India’s economy was originally a mixed economy with state-ownership of many industrial sectors. In 1991, free market liberalization policies were launched and since then India’s growth rate has increased considerably. India is the tenth largest economy in the world and the third largest by purchasing power parity adjusted exchange rates (PPP).

Practice Activities (all responses should be in Hindi)

1. Read any one news item in this unit and then paraphrase it orally in your own words.
2. Re-write any one news item from this unit and change as many words as possible without changing the essential meaning.
3. Elaborate on the concept of मुद्रास्फीति (meaning expansion of currency supply). Is there a causal relationship between currency supply and the higher cost of living?
4. What are basic pillars of a nation’s economy and what are their contributions? Let there be an interactive discussion with special reference to the Indian economy.
5. What is the connection between a nation’s domestic economy and the global economy? Present your views with special reference to India.

Comprehension Questions

1. Who is affected by the new toll policy?

a. political leaders

b. the general public

c. both

d. none

2.In this old news item for the second quarter in 2009, what was the growth rate for the Indian economy?

          a. 12.7%

b. 9.2%

c. 7.9%

d. 6.5%