Event Management
Module 2.1
व्यवसाय-जगत में नए कदम –1
कार्य-प्रबंधन
बात चाहे जन्म दिन के उत्सव की हो या कॉमनवेल्थ गेम्ज़ कराने की, व्यवस्था या प्रबंधन का प्रश्न हमेशा ही महत्वपूर्ण रहता है। इसकी महत्ता इस बात से ज़ाहिर होती है कि आपस में मिलजुल कर कुछ करने का जोश आज बाकायदा एक पेशे या कैरियर की शक्ल ले चुका है। इसे इवेंट मैनेजमेंट का नाम दिया गया है। सेमिनार, कानफ़्रेंस, सिलेब्रिटी पार्टियाँ, फैशन शोज़, बर्थडे पार्टियाँ, प्रोडक्ट लॉन्च, प्रदर्शनी, पुरस्कार समारोह, कॉर्पोरेट सेमिनार, शादियाँ अथवा संगीत समारोह – यानी सब कुछ मैनेजमेंट के दायरे में आ चुका है। इन सारे आयोजनों को समय, बजट, टीम, स्पेस इत्यादि के मुताबिक सफलतापूर्वक आयोजित करना ही इवेंट मैनेजमेंट कहलाता है। इवेंट मैनेजमेंट के केंद्र में एक इवेंट मैनेजर होता है, जो इससे जुड़े सभी पहलुओं को प्रबंधन के एक तार से बांध कर आयोजन को सफल बनाता है।
इवेंट मैनेजमेंट आज एक बेहतरीन प्रोफ़ेशन के तौर पर अपनी जगह बना चुका है। एक दशक पहले शुरू हुए इस कैरियर में प्रतिवर्ष 100 प्रतिशत की दर से बढ़ोत्तरी हो रही है। दिल्ली, मुंबई, जयपुर, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, चंडीगढ़ जैसे महानगरों में 5 हज़ार से अधिक इवेंट मैनेजमेंट कंपनियाँ काम कर रही हैं और दिनोंदिन इनका विस्तार हो रहा है।
एक इवेंट मैनेजर या इवेंट मैनेजमेंट की कामयाबी किसी एक ऐसी नायाब थीम पर निर्भर करती है जिसके बारे में पहले सोचा न गया हो। इवेंट मैनेजर से उम्मीद की जाती है कि वह क्लाइंट की ज़रूरत और लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए खास अवसर के लिए कार्यक्रम की रूपरेखा बनाए, कार्यक्रम की योजना तैयार करे, विभिन्न एजेंसियों से संपर्क करे, विभिन्न सरकारी विभागों से अनुमति प्राप्त करे, मंच के डिज़ायन की कल्पना करे और कार्यक्रम के लिए मीडिया प्रमोशन का प्रबंध करे।
कार्यप्रकृति
इवेंट मैनेजमेंट के तहत मूल रूप से दो शाखाएँ होती हैं पहली लॉजिस्टिक मैनेजमेंट जिसके अंतर्गत समारोह स्थल, सिलेब्रिटीज़, दर्शक, कार्यक्रमों का प्रचार इत्यादि का प्रबंधन शामिल है। दूसरी शाखा है मार्केटिंग जिसमें बजट बनाना, क्लाइंट से एप्रूवल लेना, प्रायोजक तलाशना इत्यादि शामिल हैं। इवेंट मैनेजमेंट मार्केटिंग और एड्वर्टाइजिंग से बहुत हद तक जुड़ा हुआ है।
दूर से यह प्रोफ़ेशन ग्लैमर से भरपूरा ज़रूर दिखता है लेकिन इसमें चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं। आप चाहे किसी भी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम कर रहे हों या स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हों आपको इवेंट मैनेजमेंट के हर पहलू पर पैनी नज़र रखनी होगी। इवेंट विशेष के कॉन्सेप्ट को समझना होगा, उसे विज़ुअलाइज़ करना होगा, प्लानिंग करनी होगी, बजटिंग पर ध्यान देना होगा, विज्ञापन कहाँ से आना है, कहाँ पब्लिश करवाना है, बैनर होर्डिंग कहाँ कहाँ चस्पाँ करवाने हैं, प्रायोजक कौन होगा, मेहमान कौन और कितने होंगे, खाने-पीने से लेकर हर छोटी बड़ी बात का ध्यान एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को रखना होता है। अन्य ज़रूरी बातों में समारोह स्थल की सजावट, निमंत्रणपत्र, लाइटिंग, फूलों की मालाओं का चयन, वीडियोग्राफ़ी, सुरक्षा, अधिकारियों से अनुमति आदि सभी कुछ वर्क-आउट कर लेना ठीक रहता है।
इस समय भारत में इवेंट का खासा स्कोप है। यहाँ सभी पारिवारिक और सामाजिक आयोजन खूब धूमधाम से मनाए जाते हैं। जन्मदिन, विवाह, वर्षगाँठ के अलावा लेज़र बीम शो, प्रेस कांफ्रेंस, डांस शो, मूवी शो, पुरस्कार समारोह – सभी इवेंट मैनेजमेंट के तहत आते हैं। पिछले कुछ वर्षों में इवेंट का फलक काफी बड़ा हो चुका है। अब तो मीडिया प्लानिंग, विज्ञापन और मार्केटिंग से जुड़े किसी भी कैम्पेन में कोई न कोई इवेंट ज़रूर जुड़ा होता है। अब यह बड़े शहरों तक ही नहीं कस्बों और गांवों तक भी अपना असर दिखाने लगा है। इस में जनसाधारण की आर्थिक क्षमता में वृद्धि के साथ-साथ भारतीय समाज में उत्सव-धर्मिता की प्रवृत्ति को भी कारण माना जाना चाहिए।
उपयोगी शब्दार्थ
( shabdkosh.com is a link for an onine H-E and E-H dictionary for additional help)
व्यवस्था f
प्रबंधन m महत्वपूर्ण महत्ता f ज़ाहिर होना मिलजुल कर जोश m बाकायदा संगीत समारोह m दायरा m आयोजन m सफलतापूर्वक पहलू m बेहतरीन दशक m प्रतिवर्ष प्रतिशत m बढ़ोत्तरी f विस्तार m नायाब अनुमति f कल्पना f शाखा f समारोह स्थल m चुनौती f पैनी नज़र f चयन m वर्षगाँठ f उत्सव-धर्मिता f प्रवृत्ति f |
arrangement
management important importance to be visible collectively, collaboratively enthusiasm systematically music celebration circle event successfully aspect excellent decade every year percent increase expansion not easily available permission imagination, guess branch celebration venue challenge sharp eye selection anniversary festival passion inclination |
Linguistic and Cultural Notes
Particularly, during the last century, many fine distinctions in linguistic expressions have evolved in business/professional and other modern disciplines. Most of these new expressions have entered Hindi from English. Some examples are words like concept, conceptualization, visibility, visualization, superimposition, product, quality (of goods) and Hindi has coined their equivalents. Depending on the length of their usage in Hindi, some of the Hindi coinages are more current than others. In the common language earlier, these concepts were conveyed with less precision. For example, the word बात or विचार was used for concept, चीज़ for product, चलने में अच्छा for quality (of goods), or the use of घटिया and बढ़िया to characterize quality in common usage. The concept of superimposition could have been paraphrased as किसी चीज़ को दूसरी चीज़ पर आरोपित करना. The new expressions अवधारणा for concept, गुणवत्ता for quality, and प्रत्यारोपण for superimposition have gradually brought greater semantic precision and efficiency to communication although there is need for more. For example, we still do not have a good Hindi word for visualization.
Language Development
The two following vocabulary categories are designed for you to enlarge and strengthen your vocabulary. Extensive vocabulary knowledge sharpens all three modes of communication, With the help of dictionaries, the internet and other resources to which you have access, explore the meanings and contextual uses of as many words as you can in order to understand their many connotations.
Semantically Related Words
Here are words with similar meanings but not often with the same connotation.
महत्वपूर्ण
महत्ता ज़ाहिर होना बाकायदा दायरा आयोजन सफलतापूर्वक पहलू बेहतरीन दशक प्रतिवर्ष प्रतिशत बढ़ोत्तरी विस्तार नायाब अनुमति नज़र चयन वर्षगाँठ |
अहम
महत्व प्रकट होना, प्रगट होना विधिवत् वृत्त कार्यक्रम कामयाबी के साथ पक्ष उत्तम दस साल, दस वर्ष हर साल, हर वर्ष फ़ीसदी वृद्धि फैलाव दुर्लभ आज्ञा, इजाज़त दृष्टि चुनाव सालगिरह |
Structurally Related Words (Derivatives)
व्यवस्था, अव्यवस्था व्यवस्थापक, व्यवस्थित
प्रबंध, प्रबंधन, प्रबंधक
महत्व, महत्वपूर्ण, महत्ता
सफल, सफलता, सफलतापूर्वक, साफल्य
वर्ष, वार्षिक, प्रतिवर्ष, वर्षानुवर्ष
वृत्ति, प्रवृत्ति
Comprehension Questions
1. Based on the text, what is not included in event management?
a. obtaining official licenses
b. submitting a plan of execution
c. identifying program sponsors
d. discussing a payment plan
2. What is the status of the event management profession in India?
a. It is beginning to happen.
b. It is widespread in cities.
c. It is widespread everywhere.
d. It is common in rich families.