Module 5d

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d. Business culture in general

Module  5.4

 

व्यावसायिक संस्कृति

Business Culture

 

 

 

बाल-श्रमिक संबंधी मुद्दे

Child Labor Related Issues

Text Level

 

Advanced

Modes

Interactive

Interpretive

 

What will students know and be able to do at the end of this lesson?

Understanding and expressing views on child labor

Text

(समाजविज्ञान संस्थान में  मास्टर्स इन सोशलवर्क के कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को बुलाया गया है। लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र ही अंतिम साक्षात्कार के लिए चुने गए हैं। गजेंद्र वर्मा ने लिखित परीक्षा में बहुत अच्छे अंक प्राप्त किए हैं और अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं। इसी बीच एक छात्रा सुकन्या अग्रवाल साक्षात्कार के बाद भीतर से बाहर आती है)

गजेंद्र वर्मा कैसा रहा  इंटरव्यू ?

सुकन्या अग्रवालकैसा क्या रहा? जो ज्ञान हम दो साल में हासिल करने आए हैं उस पर ये लोग पहले से ही हमसे पांडित्य की उम्मीद कर रहे हैं।

गजेंद्र वर्मा क्या किसी कठिन विषय पर प्रश्न पूछे जा रहे हैं?

सुकन्या अग्रवालवैसे तो सभी सदस्य बुज़ुर्ग हैं पर बाल-श्रम के पीछे पड़ गए हैं।

(यह सुन कर गजेंद्र वर्मा मुस्करा देता है और सुकन्या अग्रवाल खीजती हुई बाहर चली जाती है तभी एक सहायक गजेंद्र वर्मा का नाम पुकारता है। गजेंद्र भीतर प्रवेश करता है और भीतर आने की अनुमति माँगता है)

गजेंद्र वर्मा क्या मैं भीतर आ सकता हूँ?

(कमरे में डॉ. राजेश्वर प्रसाद , डॉ.बी.एल. गुप्ता एवं  श्रीमती मृदुला सिन्हा आदि पैनल के माननीय सदस्य बैठे हुए हैं)

राजेश्वरप्रसाद आइए, आइए।  बैठिए !

गजेन्द्रवर्मा – धन्यवाद सर !

                     (कुर्सी पर बैठ जाता है)

मृदुला सिन्हा अपने बारे में संक्षेप में बताइए।

गजेन्द्रवर्मा सर! मेरा नाम गजेन्द्र वर्मा है। मैंने बी.एस.सी. आर.बी.एस. से किया।

राजेश्वरप्रसाद आर.बी.एस?

गजेन्द्रवर्मा सर ! राजा बलवंत सिंह डिग्री कॉलेज़ से। इंटरमीडिएट और हाईस्कूल केंद्रीय विद्यालय से पास किया। तीनों ही में मैंने प्रथम श्रेणी प्राप्त की।

राजेश्वरप्रसाद- बहुत अच्छे ! वर्मा जी  बाल-श्रम उन्मूलन कितना संभव कितना असंभव विषय  पर आपके क्या विचार हैं?

गजेन्द्रवर्मा- सर ! बाल मज़दूरी सारी दुनिया के समाज में फैली एक बहुत पेचीदा समस्या है। ऐसे बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते और उनका मानसिक विकास नहीं हो पाता क्योंकि उन्हें बचपन में ही व्यवसायिक और मेहनत-मज़दूरी के कामों में खींच लिया जाता है। आज दुनिया भर में, 10 से 14 वर्ष की उम्र के करीब 7 करोड़ 30 लाख बच्चे  मेहनत-मज़दूरी के कामों में लगे हुए हैं। बाल-श्रम एक सामाजिक समस्या है। यह भारत की भी एक गंभीर समस्या है। यहाँ 14 वर्ष से कम के लगभग 2 से 3 करोड़ बच्चे कालीन बनानेवाली, ग्लास ब्लोइंग यूनिटों और पटाखे बनानेवाली कंपनियों में अपने छोटे छोटे हाथों से काम कर रहे हैं। इसलिए इसे ढेर सारे कानूनों के बावज़ूद यह कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है।

बी.एल.गुप्ता यह तो हम भी जानते हैं मिस्टर वर्मा ! लेकिन आप मूल विषय पर ही केंद्रित रहें और बताएँ कि क्या बाल-श्रम उन्मूलन संभव है या नहीं?

गजेन्द्रवर्मा – मैं इसी पर आ रहा था सर ! सामान्य राय यह है कि बाल-श्रम इसीलिए बढ़ा है कि सस्ते में श्रम उपलब्ध हो सके लेकिन वास्तविकता यह है कि बाल-श्रम की वजह से सारा श्रम सस्ता हो गया है।

मृदुला सिन्हा क्या कहना चाहते हैं ? स्पष्ट करें !

गजेन्द्रवर्मा मैडम ! मैं कहना चाहता हूँ कि आम राय यह है कि उद्योगों में बाल-श्रम के  सस्ता होने की वजह से उसे प्राथमिकता मिलती है और इसीलिए इसका उन्मूलन नहीं हो पा रहा है । होता यह है कि बाल-श्रम उपलब्ध होने की वजह से जो वयस्क हैं उन्हें भी कम वेतन दिया जाता है और वयस्क बाल-श्रमिकों के डर से कम मज़दूरी पर काम करने लग जाते हैं। अगर बाल-श्रमिक पूर्ण रूप से हट जाएँ तो वयस्क श्रमिकों का वेतन अपने आप बढ़ जाएगा।

राजेश्वरप्रसाद बड़ा ही तथ्यात्मक आकलन है तुम्हारा। पर बेटा ! क्या इससे इस समस्या  का उन्मूलन संभव है या नहीं इस पर कुछ कहना चाहोगे?

गजेन्द्रवर्मा सर ! जैसा कि मैंने पहले ही कहा था कि यह एक सामाजिक समस्या है और इसका उन्मूलन बिना समाज में जागरूकता आए संभव नहीं है।

बी.एल.गुप्ता कैसी सामाजिक पहल की अपेक्षा है आपको ?

गजेन्द्रवर्मा एक ऐसी पहल जो सरकार व समाज मिलकर लें न कि सिर्फ़ सरकार जैसाकि आज तक होता आया है। बिना समस्या के मूल में जाए सिर्फ़ कानून बना कर इसका उन्मूलन संभव नहीं है। सर ! होता यह आया है कि कानून इसके मानवीय पक्ष को तो छूते हैं पर इसके आर्थिक पक्ष की अनदेखी करते हैं। कोई माँ-बाप यह नहीं चाहता कि उसका बच्चा स्कूल के बजाए कारख़ाने में काम करे लेकिन आर्थिक विषमता उन्हें बच्चों से ऐसा कराने पर मजबूर करती है। अतः ऐसे परिवारों की आर्थिक स्थिति जब तक ठीक नहीं होगी तब तक समस्या को समूल नष्ट करने की सोचना अकल्पनीय है।

मृदुला सिन्हा छोटीसी उम्र में ही बहुत परिपक्व विचार हैं आपके।

राजेश्वरप्रसाद बहुत अच्छे ! तुम आगे जाकर एक अच्छे सामाजिक चिंतक बन सकते हो।

गजेन्द्रवर्मा सर, धन्यवाद ! पर पहले मेरा इस कोर्स में दाखिला तो हो जाए।

बी.एल.गुप्ता- वह तो हो ही जाएगा।

          ( तीनों आपस में विचार करते हैं )

राजेश्वरप्रसाद अच्छा ! अब आप जा सकते हैं .

गजेन्द्रवर्मा सर, नमस्कार !

     (गजेंद्र तीनों का अभिवादन कर बाहर निकल जाता है)

Glossary

( shabdkosh.com is a link for an onine H-E and E-H dictionary for additional help)

पांडित्य m विद्वत्ता f,  scholarship, learning
बाल-श्रम m child labor
उन्मूलन m abolition
पेचीदा समस्या f complicated problem
प्राथमिकता f priority
वयस्क बालिग़, adult
तथ्यात्मक आकलन m fact-based evaluation
जागरूकता f awareness
अकल्पनीय unimaginable
मानवीय पक्ष m मानवीय पहलू m, human aspect
आर्थिक विषमता f economic disparity
समूल नष्ट करना to uproot
परिपक्व ripe, mature

Structural Review

1. व्यवसायिक The correc spelling is व्यावसायिक but व्यवसायिक is also frequently used in Hindi. Some similar words are संप्रदायिक/ सांप्रदायिक, व्यपारिक/ व्यापारिक.
2. तथ्यात्मक तथ्य+आत्मक; This is a productive device for creating many modifiers of this kind provided the first word ends in or . Examples: भावात्मक, हिंसात्मक, कलात्मक, काव्यात्मक, गद्यात्मक, चयनात्मक, धनात्मक, निंदात्मक, संशयात्मक, etc.
3. क्या किसी कठिन विषय पर प्रश्न पूछे जा रहे हैं

 

 

This is a passive construction. The structure of the passive construction is as follows – (subject-के द्वारा) – x – perfect form of main verb – passive marker जाना. The subject within parenthesis implies that it is optional. The subject is often left out in such constructions both in Hindi and English and that is one of the main reasons that a passive construction is used. In the verb phrase the passive marker is conjugated in the appropriate tense, gender and number.
4. होता यह आया है

 

The basic word order in Hindi is Subject – object – verb and hence this sentence in its unmarked word order would be with the subject first (यह होता आया है). However, Hindi word order is more flexible than in English. A general rule is that any component moved from its basic word order to the left is for emphasis and any component moved to the right is for de-emphasis.  In the current sentence  होता यह आया है the emphasis is on the word होता. In another sentence in the unit (छोटीसी उम्र में ही बहुत परिपक्व विचार हैं आपके) the word आपके has been moved to the right for less emphasis as the person referred to by आपके was obvious in the context).
5. बहुत अच्छे ! The word अच्छा can have different meanigs depending on the intonation and the context. A rising intonation, अच्छा? means “really?”, while a flat intonation बहुत अच्छा !  or बहुत अच्छे ! implies approval or a compliment meaning ‘that’s great!’.

Cultural Notes

1. Cultural differences in the presentation of arguments In the context of responding to a question, one often sees some difference between Hindi speakers and American speakers. Generally speaking, Hindi speakers like to first provide a background contextualizing their main point, and then the main response whereas Americans usually prefer to respond to the main point first and then provide additional information if needed.
2.  

बहुत अच्छे !

 

There are also some cultural differences in the use of ‘thank you’ as well as in the use of giving and accepting compliments. Both are much more frequent in English than in Hindi. Expressions of gratitude and responses to compliments may take different forms depending upon the relationship of interlocutors and the context (informal/formal).

Practice Activities (all responses should be in Hindi)

1. Do you think that the problem of child labor exists in Western countries? Are summer-jobs for school children in the United States an example of this?
2. Is there a relationship between poverty and child labor? If so, give some facts and figures in support of your response.
3. Can we consider children working in factories as a part of vocational training for their future?
4. बड़ा ही तथ्यात्मक आकलन है

How do you explain the formation of the word तथ्यात्मक? Suggest at least five other similar formations and use them in meaningful sentences.

5. उन्हें भी कम वेतन दिया जाता है

What will be the active voice version of the above sentence?

Comprehension Questions

1.Who was unhappy about questions about child labor?

a. Gajendra Verma

b. Mridula Sinha

c. Rajeshwar Prasad

d. Sukanya Agrawal

2.Who is most impressed with Gajendra’s performance?

a.B.L. Gupta

b.Rajeshwar Prasad

c.Mridula Sinha

d. All of them

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