Cultural Heritage Tourism
Module 2.3
व्यवसाय-जगत में नए कदम – 3
सांस्कृतिक विरासत पर्यटन
पर्यटन आर्थिक विकास का एक शक्तिशाली उपकरण है क्योंकि यह रोज़गार पैदा करता है, व्यापार के नए अवसर प्रदान करता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मज़बूत करता है। जब सांस्कृतिक विरासत को पर्यटन के विकास के संदर्भ में सोचते हैं तो यह स्पष्ट होने लगता है कि जहां यह हमारे देश के प्राकृतिक और सांस्कृतिक खज़ाने की रक्षा करता है वहां यह स्थानीय लोगों और विदेशी प्रवासी भारतीयों और दूसरे विदेशी आगंतुकों के लिए एक बेहतर गुणवत्ता से युक्त जीवन के निर्माण में मदद भी करता है। सांस्कृतिक विरासत पर्यटन के क्षेत्र की मूल संकल्पना है कि हम सब अपनी विरासत और अपनी संस्कृति को पहचानें, उसे जानें और बचाएँ, और इस प्रकार सांस्कृतिक वैविध्य की सुन्दरता को बनाए रखें और आगंतुकों के साथ इसे साझा करें।
सांस्कृतिक विरासत पर्यटन का लाभ
सांस्कृतिक पर्यटकों का आगमन अपनी आर्थिक व्यवस्था को भी मज़बूत करने का एक अवसर है। सांस्कृतिक विरासत पर्यटन का स्थानीय अर्थव्यवस्था पर एक ज़बरदस्त आर्थिक प्रभाव हो सकता है। ऐसे आर्थिक लाभ से नए कारोबार, नौकरियां और रोज़गार आदि बढ़ते हैं। अच्छी तरह से प्रबंधित पर्यटन संबंधी कार्यक्रम स्थानीय निवासियों को आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टि से लाभान्वित करता है और समुदाय के गर्व को बढ़ाता है।
सांस्कृतिक विरासत पर्यटन की चुनौतियाँ
जब एक समुदाय की विरासत आगंतुकों के साथ बांटी जाती है तो विरासत की रक्षा के लिए प्रयास भी आवश्यक हो जाते हैं। सांस्कृतिक विरासत पर्यटन कार्यक्रम में एक बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करना होता है कि पर्यटन के कारण अनेकानेक लोगों के आवागमन में वृद्धि से उन स्थलों की मूल संस्कृति नष्ट न हो जोकि पर्यटकों के आकर्षण का मूल कारण होती है।
भारत में पर्यटन सबसे बड़ा सेवा उद्योग है, जहां इसका राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 6.23% और भारत के कुल रोज़गार में 8.78% योगदान है। भारत में वार्षिक तौर पर 50 लाख विदेशी पर्यटकों का आगमन और 5620 लाख घरेलू पर्यटकों का आगमन होता है । 2008 में भारत के पर्यटन उद्योग ने लगभग अमेरिकी $100 बिलियन अर्जित किया और 2018 तक 9.4% की वार्षिक वृद्धि दर के साथ, इसके US$275.5 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है। भारत में पर्यटन के विकास और उसे बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय प्रमुख एजेंसी है जो “अतुल्य भारत” अभियान की देखरेख करती है।
विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद के अनुसार भारत 2018 तक पर्यटन का सर्वाधिक आकर्षक केंद्र बन जाएगा। यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धा रिपोर्ट 2007 ने भारत में पर्यटन को प्रतियोगी क़ीमतों के संदर्भ में 6वां तथा सुरक्षा व निरापदता की दृष्टि से 39वां दर्जा दिया है। होटल के कमरों की कमी के रूप में कुछ रुकावटों के बावजूद 2007 से 2017 तक 42% तक पर्यटन राजस्व में उछाल की उम्मीद है। दिल्ली में आयोजित किए गए 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों के बाद से भारत में पर्यटन को विशेष रूप से बढ़ावा मिलने की संभावना बढ़ गई है।
युनेस्को विश्व विरासत स्थल
युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वनक्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वावधान में करती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है।
प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो परंतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढ़ियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें। वास्तविकता यह है कि पूरे विश्व समुदाय की इसके संरक्षण की ज़िम्मेवारी होती है। सन् 2004 के अंत तक सांस्कृतिक धरोहर हेतु छः मानदण्ड थे, और प्राकॄतिक धरोहर हेतु चार मानदण्ड थे। सन् 2005 में दोनों को मिलाकर दस मानदण्ड बना दिये गये।
भारत में स्थित विश्व विरासत स्थल
भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा भारत में उक्त 27 विश्व विरासत स्थल सूचीबद्ध हैं जिनमें 22 सांस्कृतिक महत्व के हैं और 5 प्राकृतिक पर्यटन स्थल हैं। इन स्थलों में अजंता की गुफाएँ (महाराष्ट्र), साँची के बौद्ध स्तूप (मध्य प्रदेश), हम्पी के स्मारक (कर्नाटक), कोणार्क मंदिर (उड़ीसा) और ताजमहल (उत्तर प्रदेश) हैं।
विरासत पर्यटन की पृष्ठभूमि
विरासत की अवधारणा को इधर पिछले कुछ वर्षों से ही विकसित किया गया है। पर्यटन स्थलों को संरक्षित करने के इरादे से यह 1990 के दशक में यह कार्यक्रम शुरू कर दिया गया था। उसके पूर्व रखरखाव की कमी के कारण ऐसे कुछ स्थल जो जर्जर हुए जा रहे थे उन्हें संरक्षित करने और उनकी स्थिरता बहाल करने के उद्देश्य से उन्हें होटल में परिवर्तित कर दिया गया था। हालांकि इस में कई चुनौतियों थीं जिन्हें दूर किया जाना आवश्यक था। सबसे पहले अनगिनत समस्याएँ थीं जिनमें इन संपत्तियों को बहाल करने, उन्हें होटल में परिवर्तित करने और दिन प्रतिदिन के रखरखाव (विशेष रूप से प्राचीन और जर्जरावस्था को देखते हुए) पर ध्यान देना शामिल है। अधिकतर संपत्तियाँ ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित थीं। अतः उनका समर्थन भी सीमित था। फिर, संपर्क, बिजली, पानी, जल निकासी और अपशिष्ट निपटान के अलावा कुशल जनशक्ति और कच्चे माल की उपलब्धता सुनिश्चित करने की कुशलता इन स्थलों को चलाने में निरंतर एक चुनौती बनी रही। सबसे बड़ी चुनौती है, प्रभावशाली ढंग से होटल और गन्तव्य स्थानों की मार्केटिंग करना, क्योंकि लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के विपरीत विरासत स्थल दूर स्थानों पर स्थित हैं। सच है, कि हर एक स्थल की अपनी एक कहानी है और इस तरह उसकी समस्याओं से बखूबी अवगत होने पर उन संपत्तियाँ के संरक्षण की ज़रूरत होती है।
उपयोगी शब्दार्थ
( shabdkosh.com is a link for an onine H-E and E-H dictionary for additional help)
आर्थिक विकास m
शक्तिशाली उपकरण m रोज़गार m स्थानीय अर्थव्यवस्था f सांस्कृतिक विरासत f संदर्भ m प्राकृतिक खज़ाना m प्रवासी भारतीय m/f आगंतुक m/f मूल संकल्पना f सांस्कृतिक वैविध्य m साझा करना लाभान्वित करना समुदाय m गर्व m सुनिश्चित करना आवागमन m योगदानm अतुल्य भारत अभियान m देखरेख करना प्रतियोगी क़ीमतें f.pl. निरापदता f राष्ट्रमंडल खेल m संभावना f स्मारक f तत्वावधान m मानदण्ड m पृष्ठभूमि f बहाल करना जर्जरावस्था f ग्रामीण क्षेत्र m अपशिष्ट निपटान m संरक्षण m |
economic development
powerful instrument employment local economy cultural heritage context natural treasure people of Indian origin settled outside India guest original concept cultural diversity to share to benefit group, community pride to ascertain traffic (of people) contribution Incredible India Campaign to take care (of something) competitive prices safety (lit. hazard-less-ness) commonwealth games probability, possibility memorial auspices criterion background to reinstate state of ruins rural area waste disposal protection, conservation, preservation |
Linguistic and Cultural Notes
1.Almost every line in the above Hindi unit contains words that have been derived through the combination of linguistic elements.There are two major ways of combining linguistic elements in Hindi grammar – one is through the addition of a prefix/suffix/infix and the other is through samaas (compounds). The Addition of an affix gives rise to a new connotation but also sometimes changes the meaning significantly. but at times changes the meaning significantly. Examples of affix addition are पर्यटन < परि+अटन where the prefix means all around and अटन means to wander. So पर्यटन literally meant wandering in different directions. However, in the modern context it has become equivalent to the English word ‘tourism’. The word शक्तिशाली has a suffix – शाली connoting ‘trait’ in the sense of the English suffix ‘-ful’ as in careful, wonderful, etc. Similarly the word प्राकृतिक has an infix which changes the first syllable into आ, ऐ or औ (technically known as वृद्धि in grammar) and a suffix -इक which changes the whole word into an adjective.
Samaas, compounding, is a device that combines two compatible words to create a compressed form to generate a contextually acceptable meaning. An example is कार्यक्रम, which is made up of the two words कार्य and क्रम. Literally it means a sequence of acts but it now has the fixed meaning of ‘program’. Other such words are सूचीबद्ध < सूची में बद्ध; राष्ट्रमंडल < राष्ट्रों का मंडल ; जनशक्ति < जनों की शक्ति, etc.
2. Cultural tourism in India is a trans-national phenomenon in the tourism market and has been registering significant growth over the last few decades. Cultural sites for diasporic communities include religious sites, historical sites, museums, art galleries, scenic resorts, etc. Many members of the Indian diaspora spread over 80 countries across all continents, frequently travel to India for this purpose. Cultural tourism has necessitated conservation and good upkeep of such sites, and also boosted the local economy by creating jobs in management areas of local transport, food, hotel, and arts & handicrafts industries.
Language Development
The two following vocabulary categories are designed for you to enlarge and strengthen your vocabulary. Extensive vocabulary knowledge sharpens all three modes of communication, With the help of dictionaries, the internet and other resources to which you have access, explore the meanings and contextual uses of as many words as you can in order to understand their many connotations.
Semantically Related Words
Here are words with similar meanings but not often with the same connotation.
आर्थिक
शक्तिशाली उपकरण रोज़गार विरासत प्राकृतिक खज़ाना भारतीय आगंतुक वैविध्य समुदाय गर्व अतुल्य दर्जा निरापदता |
माली
बलशाली यन्त्र कामकाज, नौकरी पैतृक संपत्ति, बपौती कुदरती कोष हिन्दुस्तानी अतिथि, मेहमान विविधता समूह अभिमान, स्वाभिमान अतुलनीय, अद्वितीय, अनोखा, अद्भुत, अनन्य स्तर सुरक्षा |
Structurally Related Words (Derivatives)
शक्ति, सशक्त, सशक्तीकरण, शक्तिशाली
संस्कार, संस्कृति, सांस्कृतिक, संस्कृत, सुसंस्कृत
प्रकृति, प्राकृतिक
कल्पना, परिकल्पना, काल्पनिक, संकल्पना
निश्चित, सुनिश्चित, अनिश्चित, अनिश्चितता
आपत्, आपदा, निरापद निरापदता
स्मरण, स्मृति, स्मारक, स्मारिका
रक्षा, सुरक्षा, रक्षण, रक्षक, संरक्षण, अनुरक्षण, आरक्षण
Comprehension Questions
1. According to the text, what is the central idea behind motivation for cultural tourism?
a. growth in the local economy
b. cultural site preservation
c. intercultural education
d. boosting of national pride
2. What is true about UNESCO’s role, according to the text?
a. to select historical sites of importance
b. to oversee and preserve the selected sites
c. to provide funds for preservation of selected sites
d. to enforce regulations for preservation of selected sites